पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर। पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर।
कोई नहीं जानता पर हर कोई ख़ुशी ख़ुशी चल पड़ता। कोई नहीं जानता पर हर कोई ख़ुशी ख़ुशी चल पड़ता।
पूर्ण आहुति देकर तन की क्या संचित कर बैठे हो, करो आत्मविश्लेषण फिर से क्या गलती कर ब पूर्ण आहुति देकर तन की क्या संचित कर बैठे हो, करो आत्मविश्लेषण फिर से क...
संग उसके खिलखिलाओ, बाहों में भर लो उसको। संग उसके खिलखिलाओ, बाहों में भर लो उसको।
किसी तरह भी करो प्रभु ,अब कोरोना मुक्त करो ।। किसी तरह भी करो प्रभु ,अब कोरोना मुक्त करो ।।
समझ जायें अपने कर्तव्य तब सभी सैनिक हैं।। समझ जायें अपने कर्तव्य तब सभी सैनिक हैं।।